‘Amar Singh Chamkila’ review: दिलजीत दोसांझ और परिणीति चोपड़ा द्वारा अभिनीत अमर सिंह चमकीला (2024) में आनेवाली एक प्रतिष्ठित पंजाबी गायक की एक अनोखी बायोपिक है। यह विंडो सीट फिल्म्स, सारेगामा, सेलेक्ट मीडिया और नेटफ्लिक्स पर अवेलबल होंगी।
इम्तियाज अली द्वारा निर्देशित अमर सिंह चमकीला एक प्रसिद्ध पंजाबी गायक के जीवन में घटित घटनाक्रमों को पेश करने का प्रयास करता है। 1988 में 27 साल की उम्र में उनकी हत्या कर दी गई, जब वह अपने कैर्रिएर की उचाई पर थे, वह अपनी गायिकी की कला में निपुण थे जो कला के लिए जीता और मरता था।
चमकीला पर बायोपिक्स घोषणा पहले की जा चुकी थी और बाद में क़ानूनी दावपेंचों के कारण रोकी गयी थी। चमकीला की अनसुलझी हत्या ने रोहित जुगराज की वेब श्रृंखला चमक (2023) में प्रमुख कथानक बिंदुओं पर ध्यान दिया था। चमकीला की बहुआयामी विरासत के बारे में निश्चित निष्कर्ष निकालने की कठिनाई के कारण कबीर सिंह चौधरी की दिलचस्प प्रयोगात्मक डॉक्यू-फिक्शन मेहसामपुर (2018) सामने आई थी।
इम्तियाज अली और साजिद अली की यह कहानी एक पुलिस इन्वेस्टीगेशन की तरह सामने आती है। एक संगीत कार्यक्रम के लिए मेहसामपुर पहुंचते ही चमकीला (दोसांझ) और उसकी गायिका-पत्नी अमरजोत (परिणीति चोपड़ा) की गोली मारकर हत्या कर दी जाती है।